50% रीटर्न हर साल अगर इस तरह से शेयर चुनोगे। Prosharemarket Strategy

साल मे केवल 1 बार ही करना है यह काम मिल सकता है 50% रीटर्न हर साल अगर इस तरह से शेयर चुन कर निवेश करोगे। 

कोनसा शेयर खरीदु, कहा निवेश करू, कितना रिटर्न मिलेगा और अगर शेयर डूब गया तो, आम निवेशकों के मन मे अक्सर यह सवाल आते है साथ ही सबसे बढ़ा सवाल है की कोनसा शेयर बढ़िया रिटर्न देगा और वह बढ़िया शेयर मिलेगा कैसे यह पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवालों के जवाब भी मिल जायेगे और शेयर चुनने का तरीका भी बदल जाएगा। 

कब करना है- क्या करना है से भी पहले जरूरी है की कब करना है मार्केट मे टाइमिंग का ज्यादा महत्व है, जैसे खेती करते वक्त सबसे ज्यादा महत्व मौसम का होता है मौसम के हिसाब से खेती की जाती है वैसी फसल लगाई जाती है ठीक उसी तरह से शेयर बाजार मे टाइमिंग का ज्यादा महत्व होता है खरीद कर बेचने से भी ज्यादा जरूरी है की खरीदना कब है, याने की कहने का मतलब है की घोड़े पर तब डाव लगाओ जब वो भागने को तयार हो। 

नीचे दिए गए पॉइंट्स से पता लगाया जा सकता है की घोडा मतलब शेयर कब भागने वाला है और कोनसा शेयर भागने वाला है। 

 

50% रीटर्न हर साल अगर इस तरह से शेयर चुनोगे। Prosharemarket Strategy

1 – वित्तीय बजट को देखे (Budget Overview)

हर साल 1 फरवरी को सुबह 11 बजे वित्तीय मंत्री (Finance Minister) द्वारा भारत सरकार वित्तीय  बजट पेश करती है, बस हमे बजट पर ध्यान देना है। उसे समझने की कोशिश करनी है। हा यह जटिल प्रक्रिया और थोड़ा सा मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं किसी ओर के टिप्स पर निर्भर रहने से तो काफी अच्छा है विकल्प है।

बजट के दिन ही यह काम करना है ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन उस दिन से काम शुरू हो जाएगा, बजट आते ही मीडिया सबसे पहला काम करता है की उसे आसान भाषा मे जनता तक पोहोचाना टीवी, प्रिन्ट और वेब मे कई लोग उसे आसान भाषा मे लोगों तक पोहोचट है आपको वो देखना या पढ़ना है लेकिन इस बार जागरूक होकर क्यों की इस बार सवाल रिटर्न का है। 

2 – फोकस सेक्टर/इंडस्ट्री (Focus Sector/Industry)

बजट पेश होने के बाद इस बात पे ध्यान देना ही की सरकार ने किन-किन सेक्टर/इंडस्ट्री पे जोर दिया गया है। खासकर इस बात पर ध्यान देना है, कोनसे मिनिस्ट्री को कितना पैसा दिया गया है और सबसे ज्यादा पैसा किस मिनिस्ट्री को दिया है। 

जिस भी इंडस्ट्री को सबसे ज्यादा पैसा दिया गया होगा उससे यह माना जाता है की अब इस मिनिस्ट्री से जुड़े हुए काम ज्यादा होंगे और मिनिस्ट्री मे आने वाले सेक्टर या इंडस्ट्री की ग्रोथ होने वाली है, सरकार का इन जगहों पर खास ध्यान होने से ग्रोथ की स्पीड बढ़ जाती है। 

3 – सूचीबद्ध कंपनी की पहचान (Identify Listed company)

एक बार मिनिस्ट्री ओर उससे जुड़े हुए सेक्टर/इंडस्ट्री को पहचान गए फिर उस इंडस्ट्री से जुड़ी हुए कंपनी जो शेयर बाजार सूचीबद्ध हो उनकी एक लिस्ट बना ले, ऐसा करने से आगे होने वाले काम आसानी से हो सकते है, हमे उन कंपनियों मे से भी सबसे बेहतर कंपनी को तलाशना है। 

4 – फँडामेंटल अनैलिसिस (Fundamental Analysis)

यह सबसे महत्वपूर्ण काम है, वैसे तो सभी पॉइंट्स जरूरी है और महत्वपूर्ण है लेकिन इस पॉइंट से सबसे अच्छी कंपनी के बारे मे पता चलता है, याने की इस पॉइंट से यह पता लगेगा की जिस घोड़े मे हम निवेश करने वाले है वो घोडा दौड़ने लायक है भी या नहीं। बाजार की भाषा मे कहे तो यह अनैलिसिस करने से शेयर कमजोर है या मजबूत अच्छा रिटर्न दे भी सकता है या नहीं। सारे कंपनीयो का फँडामेंटल अनैलिसिस करे, चाहे तो किसी सक्रीनर का उपयोग कर सकते है। 

फँडामेंटल अनैलिसिस करते वक्त इन बातों पर ध्यान रखे :

DEBT/EQUITY RATIO 1 से कम हो

(Return On Equity ) ROE – 15 से 20 % के ऊपर हो 

ROCE – 15% से ज्यादा होना चाहिए 

CASH FROM OPERATING PROFIT प्लस + मे होना चाहिए 

5 – टेक्निकल अनैलिसिस (Technical analysis) 

शेयर की जाच करने के लिए फँडामेंटल अनैलिसिस किए उनमे से कुछ अच्छे शेयर चुन लिए अब उस शेयर को कब खरीदना है इसके लिए टेक्निकल अनैलिसिस की मदत ले सकते है। ध्यान देने वाली बात यह है की टेक्निकल अनैलिसिस मे जिस टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करना है वो daily chart से कम ना हो, daily ,weekly और monthly time frame का इस्तेमाल करे। बाकी किसी भी indicator का उपयोग कर या किसी चार्ट पैटर्न के मुताबिक buy का सेटअप मिलने पर खरीद सकते है। 

6 – शेयर खरीद ले (Buy the stock)

daily, weekly और Monthly chart को देख कर आपके सेटअप के हिसाब से जब buy करने की स्तिथि आ जाए तो शेयर को buy कर लेना सही होगा। इस बीच अगर कोई मार्केट क्रैश हुआ हो या फिर किसी भी कारण से मार्केट नीचे गिरा हो तब भी खरीदा जा सकता है। 

7 – हर तिमाही मे जाचे  (Review Quarterly) 

हर तिमाही कंपनी के नतीजे आने के बाद उसे जाचते रहे फँडामेंटल अनैलिसिस करते वक्त जिन बातों से उसे जाचा था उन्ही बातों को ध्यान मे रख कर उसे जाचे, साथ ही यह भी देख लेना उचित रहेगा की कंपनी की कोई बुरी न्यूज तो नहीं आई या फिर मैनेजमेंट मे कोई बदलाव  इसी तरह शेयर मे क्या हुआ क्या नहीं इस बारे मे जानकारी रखे जाचने का काम शेयर खरीद ने के बाद 3 महीने मे एक बार ही करना  है। 

8 – कब बेचे (When to Sell)

जब कंपनी के फँडामेंटल बदल गए हो।  

जैसे कर्ज बढ़ाना या बैलन्स शीट मे किसी भी तरह की कोई आना।  

टेक्निकल अनैलिसिस के हिसाब से जब sell सेटअप आ जाए। 

कंपनी से जुड़ी हुए किसी भी तरह की कोई बुरी खबर आने पर। 

अच्छा मुनाफा मिल रहा हो तो भी बेच सकते है।