ब्लॉकचैन टेक्नॉलजी क्या है : what is Blockchain technology in hindi?

ब्लॉकचैन टेक्नॉलजी एक अपरिवर्तनीय बही खाता है जो किसी भी व्यापार के नेटवर्क में लेनदेन का रिकॉर्ड करने और संपत्ति को ट्रैक करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है |

किसी भी चीज़ को ब्लॉकचेन नेटवर्क पर ट्रैक और व्यापार किया जा सकता है, जिससे जोखिम कम होता है और इसमें शामिल सभी के लागत में कटौती होती है । जैसे लेन देन का हिसाब किसी बुक या कॉम्पुटर मे रखा जाता है वैसे ही किसी भी लेन देन के हिसाब को ब्लॉकचैन मे रखा जाता है यह अन्य के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित और कम खर्चे वाला है |

ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी कैसे काम करती है :

  1. एक नया लेन–देन (ट्रैन्सैक्शन) आया। 
  2. यह लेन-देन (ट्रैन्सैक्शन) तब दुनिया भर में बिखरे हुए पीयर टू पीयर कंप्यूटर के नेटवर्क पर प्रसारित किया जाता है। 
  3. यह कॉम्पुटर के नेटवर्क्स जटिल गणितीय समीकरण को हल करते और लेन देन की पुष्टि करते। 
  4. लेन देन (ट्रैन्सैक्शन) की पुष्टि होने के बाद इन्हे एक ब्लॉक के रूप मे जोड़ा जाता है। 
  5. हर लेनदेन के अलग अलग ब्लॉक बनाकर उन्हे एक चैन की तरह जोड़ा जाता है जिसमे (ट्रैन्सैक्शन) लेनदेन का पूरा इतिहास होता है। 
  6. उसी के बाद (ट्रैन्सैक्शन) लेनदेन की प्रक्रिया पूरी होती है। 

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ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी की जरूरत क्यों

बात तो समज मे आ गई की आखिर ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी है क्या और कैसे काम करती है लेकिन सवाल यह भी है की हमे इसकी जरूरत क्यों है क्या वाकई मे इस टेक्नॉलजी से मानव जीवन मे कुछ अच्छा बदलवा आ सकत है इसे समजना होगा। 

ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी की खूबिया : ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी के फायदे

लो ट्रैन्सैक्शन फी :

ट्रैन्सैक्शन की फीस या फिर इसपर लगने वाला खर्च बैंक की तुलना मे काफी कम होता है अक्सर किसी को पैसे भेजते समय या अपने ही अकाउंट से निकालते वक्त हमे कुछ शुल्क देना होता या अन्य  कोई ट्रैन्सैक्शन करते वक्त फी देना होता है , ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी का उपयोग कर यह काफी हद तक कम किया जा सकता है |

विकेन्द्रीकरण (Decentralization) :

किसी भी सरकार की कोई अथॉरिटी नहीं होती है , किसी देश के सेंट्रल बैंक और उनके रुल्स एण्ड रेगुलेसन के बिना यह काम करता है | सारा ट्रैन्सैक्शन सुरक्षित होता है किस भी तरह के फ्रॉड का कोई खतरा नहीं और किसी भी तरह से इसे हैक नहीं किया जा सकता , पब्लिक लेजर मे सारे रिकार्ड रखे जाते है | ऑफलाइन या ऑनलाइन होने वाले बँकिंग फ्रॉड से बचा जा सकता है|

डबल स्पेन्डिंग / थर्ड पार्टी :

किसी भी थर्ड पार्टी की जरूरत नहीं जैसे बैंक , आपको किसी व्यक्ति को पैसे भेजने हो तो डायरेक्ट भेज सकते है बिना किसी थर्ड पार्टी के जिससे कॉस्ट कम आएगी | ऑनलाइन खरीदते वक्त अक्सर  ऐसा होता है हम पेमेंट करते ओर वो किसी कारण कैन्सल हो जाता फिर हम एक बार ओर करते है और उस समय पहला और दूसरा दोनों पेमेंट हो जाता है इस डबल स्पेन्डिंग से भी हम बच सकते है ब्लॉक चैन के द्वारे |

पारदर्शिता :

 यह एन्क्रिप्टेड होता है और  इसे पब्लिक लेजर मे रखा जाता है जिसे हैक करना मुश्किल होता है | सारा डेटा लेजर मे स्टोर होता है , किसी की कोई अथॉरिटी ना होने के कारण कोई भी व्यक्ति इस कोड को देख सकता है और इसे बदल सकता है और अपग्रेड कर सकता है अगर मेजॉरिटी नेटवर्क चाहे तो |

सुरक्षित लेनदेन :

 एक बार लेनदेन हो गया तो सारे ब्लॉक चैन नेटवर्क इसकी प्रामाणिकता को पक्का करते है | हर लेनदेन का अलग और अनोखा कोड होता है जो कही पर भी दोबारा नई लिखा जाता | क्यों की ज्यादातर ब्लॉक चैन नेटवर्क पब्लिक डेटाबेस का उपयोग करते है जिससे की कोई भी व्यक्ति जिसके पास इंटरनेट कनेक्शन हो वह इस लेनदेन को देख सकता है लेकिन लेनदेन करने वाले की जानकारी नहीं हासिल कर सकता है |

ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी के नुकसान :

हर सिक्के के दो पहलू होते है अगर ब्लॉकचैन  टेक्नॉलजी के फायदे है तो उसके नुकसान भी होंगे | सबसे बडा नुकसान है की किसी का भी नियंत्रण ना होना हालकी यह ब्लॉक चैन की खूबी भी है लेकिन अगर किसी कारण आपके साथ कोई फ्रॉड होता है तो आप कम्प्लैन्ट कहा करोगे कोन जिम्मेदारी उठाएगा की लेनदेन सही तरीके से हो रहा है या नहीं |

नियम ना होने के कारण फ्रॉड होने का खतरा ज्यादा है जब किसी भी सरकार के अधीन आएगी नहीं तो नियम ना होने कारण गैर-कानूनी गतिविधिया को बढ़ावा मिल सकता है | टेक्नॉलजी को बनाने और मैन्टैन करने के लिए ज्यादा खर्च लगता है |