निवेश क्यों? कहा और कितना करे?
निवेश क्यों करे – महगाई दर से निपटने के लिए निवेश करना चाहिए , 1960 से 2021 के बीच इंडिया का महगाई दर 7.5% सालाना रहा है|
समझने के लिय मान लीजिए आज आप बुक स्टोर मे जाते है और एक बुक खरीदते है जिसकी कीमत 100 रूपये है और अगर महगाई दर 8% से बढ़ रही है तो अगले साल इसी बुक की कीमत बुक स्टोर मे 108 रूपए होगी यानि की अगर आप निवेश नहीं करते और 100 रुपए अपने पास ही रखते है तो आपको अगले साल 8 रुपए एक्स्ट्रा देने पड़ेगे , महगाई दर बढ़ी , बुक की कीमत भी बढ़ी लेकिन आपके पास मे जो 100 रुपए है जिसकी कीमत नहीं बढ़ी तो कही न कही आप 8 रुपए के नुकसान मे रहोगे अगले साल , इसी नुकसान से बचने के लिए आपको निवेश करना चाहिए |
निवेश करने की क्या जरूरत है ?
- महगाई दर को पीछे छोड़ देने के लिए
- घर या कार खरीदने के लिए
- रिटाइरमेंट तक एक बढ़ी पूंजी जमा करने के लिए
- अपनी वित्तीय आकांक्षा और सपनों को पूरा करने के लिए
- बच्चे की पढ़ाई , शादी और उनके व्यापार जमाने के लिए आपको निवेश करना चाहिए
कहा निवेश करे : कितना और कोनसे ऐसेट क्लास मे निवेश करे
- बुलियन / कोमोडिटी
- गारंटी / फिक्स इंकम इंस्ट्रूमेंट
- रियल एस्टेट / प्रॉपर्टी
- शेयर बाजार
- म्यूचूअल फंड
निवेश करने का जब मन बना लिया फिर बात यह आती है निवेश कहा करना सही है कोनसे ऐसेट क्लास मे निवेश करे और कितना करे , इसे समझने के लिए पहले खुद से एक सवाल करना होगा की मेरी रिस्क लेने की क्षमता कितनी है इसका जवाब खुद से पूछने पर ही मिलेगा , हालाकी काहा ये भी जाता है की हमे अपने उम्र के हिसाब से रिस्क लेना चाहिए कई रिसर्च और स्टडी ने इसका जवाब दिया है |
जैसे , मान लीजिए आपकी उम्र आज ३० साल की है तो ऐसे मे आपके पास एक अच्छा और लंबा जीवन बचा है करिअर की ग्रोथ भी आगे अछि है ऐसे मे आज आप ज्यादा रिस्क ले सकते है यानि की जितनी राशि निवेश करनी है उससे ३०% राशि फिक्स रिटर्न इंस्ट्रूमेंट या कम रिस्क वाले ऐसेट क्लास मे लगाना चाहिए बाकी का बचा हुआ ७०% मे आप रिस्क ले सकते ज्यादा रिस्क ज्यादा रिटर्न वाले ऐसेट क्लास मे निवेश कर सकते है |
आइए समझते क्या है ऐसेट क्लास
क्या है ऐसेट क्लास : ऐसेट क्लास के प्रकार
बुलियन / कोमोडिटी
बुलियन यानि सोना और चांदी , सोना और चांदी लंबे अवधि मे बढ़ता ही है इसे सुरक्षित और और रिस्क फ्री इनवेस्टमेंट माना जाता है लोगों का सबसे पसंदित ऐसेट क्लास है बुरे समय मे काफी साथ देता है बुरे समय मे आप इसे बेच भी सकते या फिर गिरवी रख कर बैंक से लोन भी ले सकते है | लंबे समय तक बने रहे तो लग-भक ८% हर साल का रिटर्न देता है |
सोने मे निवेश करने के विकल्प
- सोने चांदी के गहने-जेवर बनाके या
- सोने के सिक्के / बार बनके निवेश कीजिए
- ऑन लाइन डिजिटल गोल्ड
- ETF ( exchange traded fund )
- सोवेरेन गोल्ड बॉन्ड
गारंटी / फिक्स इंकम इंस्ट्रूमेंट | fixed income instrument in hindi
यह वो इंस्ट्रूमेंट है जहा पे प्रिंसिपल अमाउन्ट यानि निवेश की गई रकम सुरक्षित होती है निवेश की अवधि समाप्त होने पर निवेश की गई रकम वापस मिलती है और हर साल सालाना ब्याज भी मिलता है इसमे रिस्क काफी कम या नहीं होता है इसे रिस्क फ्री ऐसेट क्लास कहा जाता है सालाना ब्याज दरे कम होती है , ५% से ८% तक सालाना ब्याज होता है|
फिक्स इंकम निवेश के कुछ विकल्प | Types of Fixed Income in Hindi
- रेकरिंग डिपॉजिट ( RD )
- फिक्स्ड डिपॉजिट ( FD )
- सरकारी बॉन्ड जो सरकार जारी करती है
- कॉर्पोरेट बॉन्ड जो कॉर्पोरेट जारी करती है
- एम्प्लोयी प्रोविडेंट फंड / पब्लिक प्रोविडेंट फंड
- सरकारी अन्य स्कीम
रियल एस्टेट / प्रॉपर्टी
निवेश करने का एक बेहतरीन विकल्प है प्रॉपर्टी मे निवेश करना दुनिया के ज्यादातर लोग इसमे निवेश करना चाहते है और काफी लोग करते भी है हालाकी इसमे निवेश करने के लिए एक बड़ी रकम चाहिए होती है आप छोटे निवेश से शुरुवात नहीं कर सकते |
प्रॉपर्टी खरीद कर उसे रेंट मे भी चड़ा सकते है जिससे एक रेन्टल इंकम हर माह मिलेगी इसे खरीदने के लिए बैंक भी आपका साथ दे सकती है बैंक से कर्ज लेकर भी इसमे निवेश किया जाता सकता है लेकिन यहा निवेश करने का काम पेचीदा हो सकता है
आपको देखना होगा कोनसे सहर मे क्या रेट है वहा के किसी ब्रोकर को हाइर करना डॉक्यूमेंट प्रोसेस करना बेचते समय भी आपको खरीढ़ने वाले को खोजना पड़ेगा और इसकी कीमत अलग अलग हो सकती है तो ये बताना जरा मुस्किल है की कितना रिटर्न मिल सकता है|
रियल एस्टेट / प्रॉपर्टी मे निवेश करने के विकल्प :
- प्लॉट
- फ्लैट
- अपार्टमनेट
- शॉप
- शॉपिंग कॉम्प्लेक्स
- हाउस
- फार्म हाउस
- कमर्शियल लँड
शेयर बाजार : क्या है शेयर बाजार
शेयर बाजार जिसे एक्विटी बाजार भी कहा जाता है , पब्लिक लिमिटेट कंपनी मे हिस्सेदारी खरीदने का एक माध्यम है | नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ( एनएसई ) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ( बीएससी ) के जरिए लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाते | महगाई दर को पीछे छोड़ने के लिए शेयर बाजार एक अच्छा विकल्प है |
हालाकी शेयर बाजार मे पूंजी और ब्याज दोनों की कोई गारंटी नहीं होती है इसमे रिस्क ज्यादा होता है जो व्यक्ति रिस्क लेना चाहते है उनके लिए यह एक अच्छा माध्यम है , पिछले १५ से २० सालों मे शेयर बाजार का १२ से १४ प्रतिसत CAGR रहा है और अगर आप मेहनत करके अच्छी और भरोसेमंद कंपनी चुनते तो आपके प्रतिसत बढ़ भी सकते है , शेयर बाजार की कुछ भरोसेमंद और बड़ी कंपनी ने पिछले कुछ सालों मे २० प्रतिसत से ज्यादा ( CAGR ) दिया है | उसके लिए शेयर बाजार की कुशलता आनी चाहिए |
म्यूचूअल फंड : क्या है ?
म्यूचूअल फंड निवेशकों के पास से पैसा जमा कर फंड मैनेजर एक फंड बनाता है और उसे शेयर बाजार मे लगाया जाता है यह एक स्कीम होती है जो निवेशकों के जोखिम के आधार पर बनाया जाता है फिर अलग-अलग सेक्यूरिटीस मे पैसा लगाया जाता है
इसमे कोई फिक्स रिटर्न नहीं होता है शेयर मार्केट से लिंक होने क कारण इसमे भी उतार-चढ़ाव आता है|
हालाकी कुछ म्यूचूअल फंड ऐसे भी होते है जो फिक्स रिटर्न देते है जिसे debt fund या guilt fund भी कहते है|
500 रु की लागत से भी इसमे हर महीने निवेश कर सकते है।